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कल रात भर……
सर्द मौसम से दामन बचाते गिलाफो में खुद को छुपाते काफ़ी की गरम चुस्की लगाते यूं ही अचानक… तेरी याद आ के सताती रही कल् रात भर….. याद है तुमको, हॉस्टल की छत पर रिमझिम सौंधी हलकी बारिश में…